मनरेगा के पैसे से जेब भर रहे है सिधारी के प्रधान
मनरेगा के पैसे से जेब भर रहे है सिधारी के प्रधान
जानीपुर /बांसगांव संदेश
गोरखपुर। विकासखंड गोला के ग्राम सिधारी के ग्रामीण बीते दिवस ग्राम में मनरेगा के तहत चल रहे मिट्टी के कार्य में पलायन मजदूरों की हाजिरी भरने की शिकायत ग्रामीणों ने ब्लॉक अधिकारियों से की है।बता दे कि यहां लगभग चार लाख रुपए की लागत से सड़क के किनारे मिट्टी डालने का कार्य शासन द्वारा स्वीकृत हुआ है।
पलायन मजदूरों का नाम मस्टररोल में
ग्रामीणों के द्वारा सौंपे शिकायत पत्र में आरोप लगाया कि मनरेगा के जिम्मेदारों ने ग्राम के पलायन व्यक्तियों को मजदूरी दी है, जो कई दिनों से ग्राम में नहीं हैं। इसके अलावा शिकायत के बावजूद भी यह खेल निरंतर चल रहा है। इधर शिकायतकर्ता श्रीकिसुन् व् सुमित्रा देवी ने शिकायती पत्र में बताया है कि पात्र लॉगो का आवास् प्रधान द्धारा निरस्त करा कर अपात्र लोगों को आवास् दिया जा रहा है। शिकायत के संबंध में जब सेकेट्री साहब से जानकारी लेना चाहा गया तो इन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
विकास खंड अधिकारी काे दिये गय आवेदन पर ग्रामीणों ने कहा कि मनरेगा कार्य पर प्रधान द्वारा अपनेअपने श्रमिकों का नाम भरकर काम करवाया जा रहा है। प्रधान् के तीन् लड़के मनरेगा मे कार्य कर रहे है। पलायन गए व्यक्तियों वं कार्य में नहीं जाने वाले व्यक्तियों की हाजरी भरा गया है। साथ ही ग्रामों पर देखरेख की जिम्मेदारी निभा रहे बीएफटी भी निरीक्षण करने की बजाय सहायक को संरक्षण दे रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम में लगभग 100 श्रमिक हैं।
श्रींकिसुन् ने बताया कि ग्रामसभा सिधारी मनरेगा मे 5 से 7 मजदूर ही कार्य करते है। हाजिरी 40 से 45 लोगों का लगाया जाता है। मिट्टी का काम अभी तक हुआ ही नहीं है कहीं भी सिर्फ सड़क के किनारे घास छिलने का कार्य हुआ है।फर्जी तरीके से मनरेगा के तहत भुगतान करा कर सरकारी पैसों का गबन किया गया है।प्रधान ने अभी तक ग्रामसभा मे कोई कार्य नहीं किया है सभी सड़क खड़ंजे धस चुके हैं।जिस पर कोई कार्य नहीं किया जा रहा है।ग्रामसभा कि सभी नालियाँ जाम हो गई है जिस पर कोई कार्य नहीं हो रहा है ग्राम प्रधान सिधारी के द्वारा।
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