हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी गाँधी और शास्त्री जी की जयन्ती
गोला गोरखपुर !बांसगांव संदेश!
गोला ब्लाक अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय मदरहा पर राष्ट्रपिता मोहन दास करमचन्द गाँधी जी की 153 वीं और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की 118 वीं जयन्ती पूरे हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी ।कार्यक्रम की शुरूआत विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमित कुमार गुप्ता द्वारा सर्वप्रथम महात्मा गाँधी और शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया तत्पश्चात बाल संसद के पदाधिकारियों द्वारा भी उन्हें पुष्पाजंलि अर्पित की गयी ।इसके पश्चात महात्मा गाँधी और शास्त्री जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए प्रधानाध्यापक द्वारा यह बताया गया कि गाँधी जी का भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन को नई दिशा और नई गति देने में अतुलनीय योगदान रहा है सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा आन्दोलन के माध्यम से सभी वर्गों में आजादी का लौ जलाया था और अहिंसात्मक तरीके से देश को आजाद कराया था और शास्त्री जी सादगी के प्रतिमूर्ति थे इनका प्रसिद्ध नारा था जय-जवान जय-किसान इन्होंने देश कि राजनैतिक,सांस्कृतिक और सामाजिक समरसता के माध्यम से राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोकर एक सशक्त राष्ट्र बनाने में अपना महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन दिया था,इसलिए हम सभी को इनके जीवन से प्रेरित होकर अपने जीवन को भी उसी जोश और जुनून के साथ जीना चाहिए तथा इस कार्यक्रम के आयोजन के साथ ही आस-पास स्वच्छता रखने और नशा न करने का भी शपथ लिया गया इस अवसर पर सहायक अध्यापक विनयकान्त शर्मा,शिक्षामित्र विद्याभूषण दास और रसोईया सुमित्रा, मालती और संगीता देवी उपस्थित थी ।*
गोला ब्लाक अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय मदरहा पर राष्ट्रपिता मोहन दास करमचन्द गाँधी जी की 153 वीं और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की 118 वीं जयन्ती पूरे हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी ।कार्यक्रम की शुरूआत विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमित कुमार गुप्ता द्वारा सर्वप्रथम महात्मा गाँधी और शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया तत्पश्चात बाल संसद के पदाधिकारियों द्वारा भी उन्हें पुष्पाजंलि अर्पित की गयी ।इसके पश्चात महात्मा गाँधी और शास्त्री जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए प्रधानाध्यापक द्वारा यह बताया गया कि गाँधी जी का भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन को नई दिशा और नई गति देने में अतुलनीय योगदान रहा है सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा आन्दोलन के माध्यम से सभी वर्गों में आजादी का लौ जलाया था और अहिंसात्मक तरीके से देश को आजाद कराया था और शास्त्री जी सादगी के प्रतिमूर्ति थे इनका प्रसिद्ध नारा था जय-जवान जय-किसान इन्होंने देश कि राजनैतिक,सांस्कृतिक और सामाजिक समरसता के माध्यम से राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोकर एक सशक्त राष्ट्र बनाने में अपना महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन दिया था,इसलिए हम सभी को इनके जीवन से प्रेरित होकर अपने जीवन को भी उसी जोश और जुनून के साथ जीना चाहिए तथा इस कार्यक्रम के आयोजन के साथ ही आस-पास स्वच्छता रखने और नशा न करने का भी शपथ लिया गया इस अवसर पर सहायक अध्यापक विनयकान्त शर्मा,शिक्षामित्र विद्याभूषण दास और रसोईया सुमित्रा, मालती और संगीता देवी उपस्थित थी ।*
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