खराब पड़ा वाॅटर कूलर बना शोपीस तो कैसे बुझेगी प्यास
गोला गोरखपुर। बांसगांव
संदेश।कड़ाके की गर्मी व लू के थपेड़ों से आम जनमानस बेहाल है। ऐसे में नगर पंचायत गोला के सार्वजनिक स्थानों व चाक चौराहों पर शुद्ध ठंड पेयजल के लिए लगे वाॅटर कूलर दो वर्ष से खराब पड़े हैं। नगर पंचायत इतनी बेसुध है कि सार्वजनिक स्थानों पर वाॅटर कूलर की जगह पर किसी भी प्रकार के वैकल्पिक व्यवस्था को करना भी भूल गयी है। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर आम लोग प्यास बुझाने के लिए बेचैन हो जा रहे हैं तो मजबूर होकर मंहगा बोतल पानी खरीद रहे हैं।
संदेश।कड़ाके की गर्मी व लू के थपेड़ों से आम जनमानस बेहाल है। ऐसे में नगर पंचायत गोला के सार्वजनिक स्थानों व चाक चौराहों पर शुद्ध ठंड पेयजल के लिए लगे वाॅटर कूलर दो वर्ष से खराब पड़े हैं। नगर पंचायत इतनी बेसुध है कि सार्वजनिक स्थानों पर वाॅटर कूलर की जगह पर किसी भी प्रकार के वैकल्पिक व्यवस्था को करना भी भूल गयी है। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर आम लोग प्यास बुझाने के लिए बेचैन हो जा रहे हैं तो मजबूर होकर मंहगा बोतल पानी खरीद रहे हैं।
नगर पंचायत कार्यालय के गेट पर तथा थाना परिसर के ठीक सामने तकरीबन 7 लाख रूपए खर्च कर नपा के पिछले कार्यकाल में वाॅटर कूलर को लगाया गया। बताया गया कि इस वाॅटर कूलर से एक रूपये में एक लीटर ठंडा पानी मिलेगा। वाॅटर कूलर लगने के तुरंत बाद ही खराब हो गया। नगर पंचायत ने इस वाॅटर कूलर को ठीक नहीं करा सकी। अब यह वाॅटर कूलर खराब होकर केवल शोपीस बनकर रह गया है।चाक चौराहों पर ठंडा जल प्रदान करने के लिए लाखों खर्च कर वाॅटर कूलर लगाये गये थे। भीषण गर्मी में बाजार आने वाले आने वाले आगंतुक इन वाॅटर कूलर से अपनी प्यास बुझाते थे। तकरीबन दो वर्ष पहले उपनगर में लगे सभी वाॅटर कूलर खराब हो गयें। उस समय वर्तमान चेयरमैन लालती देवी ने दावा किया था कि जल्द ही नये प्रस्ताव होंगे जिसके बाद सभी खराब वाॅटर कूलरों को हटा कर नया लगा दिया जाएगा। दो वर्ष में बेवरी पर लगे खराब वाॅटर कूलर को छोड़कर सभी पुराने वाॅटर कूलर हटा दिए गये लेकिन नया एक भी नहीं लगा। वहीं तहसील चौराहे पर वाॅटर कूलर को हटा कर पानी के लिए सप्लाई के पानी की व्यवस्था की गयी है। जो मात्र एक खानापूर्ति के अलावा कुछ नहीं है।
नपा स्थित सरयू पक्के घाट पर। समान्य दिनों में हजारों लोग स्नान आदि कार्य के लिए आते हैं। यहां पर शुद्ध रूप से प्यास बुझाने का एक मात्र स्त्रोत की बात करें तो केवल एक इंणिया हैंडपंप है। दो हैंडपंप शौचालय के पास हैं जहां लोग गंदगी होने की वजह से नहीं जाते हैं। ऐसी ही कुछ स्थिति मुक्तिधाम की है। दाह-संस्कार में आये लोगों को पिने के पानी के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दोनो जगहों पर आज तक शुद्ध पेयजल के लिए कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। अधिशासी अधिकारी संजय तिवारी का कहना है कि अब वाॅटर कूलर के नये प्रस्ताव पर रोक लग गयी है। इनकी जगहों पर हर घर जल योजना के तहत सप्लाई के पानी की व्यवस्था की जानी है। कहा कहा पानी की आवश्यकता है जांच के बाद लगवा दिए जाएंगे।
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