गगहा तिहरे हत्याकांड के दोनों शूटर गिरफ्तार, कैसे रची पूरी कहानी, कैसे दिया घटनाओं को अंजाम
गगहा, गोरखपुर। बांसगांव संदेश। गगहा थाना क्षेत्र में 10 मार्च को रितेश मौर्य और 31 मार्च को शम्भू मौर्य और संजय पाण्डेय की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए गोरखपुर पुलिस और एसटीएफ ने एक-एक लाख के दो इनामी सन्नी सिंह और युवराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त असलहों को भी बरामद कर लिया गया है। एसएसपी दिनेश कुमार पी के अनुसार दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी गगहा थाना क्षेत्र में ओपी मेमोरियल स्कूल के पास बंद पड़े कृष्णानंद पाण्डेय के ट्यूबेल के पास बगीचे से हुई है।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सनी का बयान:
सन्नी ने पूछताछ में बताया कि 2013 में रस्सी की खरीदारी के पैसे को लेकर दुर्वासा गुप्ता से विवाद हो गया था। उक्त विवाद के कारण उसने अपने भाई टिका सिंह, सिंहासन यादव और अजय नारायण सिंह के साथ मिलकर दुर्वासा गुप्ता,दुर्वासा गुप्ता की पत्ती और दुर्वासा गुप्ता के पुत्र बाबूलाल तीनों की हत्या कर दी थी। जिसमें उसे 2020 में जमानत मिली थी। उसी मामले में वह लोग वादी बांके लाल गुप्ता से सुलह कराने के लिए दवाब बना रहे थे। जिसमें गगहा के ही रितेश मौर्या व शम्भू मौर्या द्वारा विरोध किया जा रहा था। साथ ही उस हत्या की पैरवी भी इनके द्वारा की जा रही थी।
इस तरह से दिया था तिहरे हत्याकांड को अंजाम: कई दिन रितेश मौर्या की रेकी करने के बाद उसकी हत्या 10 मार्च को कर दी। हत्या करने के बाद बाइक से राजू चौधरी के पास ग्राम मलौली,सोहगौरा, क्षेत्र कौड़ीराम,गोरखपुर जाकर रात में रुके थे। दूसरे दिन सुबह वहां से निकल गए।उसके बाद गोरखपुर लखनऊ और मेरठ में छिपा रहा। फिर 31 मार्च को गोरखपुर आकर शम्भू मौर्या की गोली मारकर हत्या कर दी। इसी बीच उनके दुकान पर काम करने वाला संजय पांडे भी सामने आ गया, उसकी भी हत्या कर दी। जिसके बाद रात फिर ग्राम मलौली, सोहगौरा रुक कर दूसरे दिन गोरखपुर से लखनऊ होते हुए मेरठ भाग गये।
अपराधियों ने षड्यंत्र का किया खुलासा:
रितेश और शम्भू के सह अभियुक्त सिंहासन यादव ने इन दोनों की हत्या का प्लान बनाया। पुलिस की पूछताछ में अपराधी सन्नी ने बताया कि सिंहासन यादव ने उसे एक 32 बोर की पिस्टल और कारतूस उपलब्ध कराई थी। साथ ही सिंहासन यादव ने बताया था कि उसकी अच्छी जान पहचान पूर्व ब्लाक प्रमुख बडहलगंज विजय यादव व गोरखपुर ग्रामीण के पूर्व विधायक विजय बहादुर यादव से है।
सिंहासन यादव ने यह भी बताया था कि ये दोनों लोग पैरवी करेंगे और हर जगह साथ खड़े रहेंगे। कई दिन रितेश मौर्या की रेकी करने के बाद उसकी हत्या 10 मार्च को कर दी। उसके बाद गोरखपुर लखनऊ और मेरठ में छिपा रहा। फिर 31 मार्च को गोरखपुर आकर शम्भू मौर्या की गोली मारकर हत्या कर दी। इसी बीच उनके दुकान पर काम करने वाला संजय भी सामने आ गया, उसकी भी हत्या कर दी। जिसके बाद फिर गोरखपुर लखनऊ होते हुए मेरठ भाग गये।
सनी पर दर्ज है 12 केस, युवराज पर छह
सन्नी सिंह पर 12 केस दर्ज है। इसमें गगहा थाने में हत्या की कोशिश, धमकी, बलवा, आर्म्स एक्ट, 7सीएलए, हत्या, गैंगेस्टर, धमकी देने, गुंडा एक्ट, हत्या के तीन, और हत्या की कोशिश के केस हैं।
युवराज सिंह पर गगहा थाने में छेड़खानी, पॉक्सो, गैर इरादतन हत्या, हत्या, आपराधिक साजिश, हत्या की कोशिश का केस दर्ज है।
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