विदेशी व्यक्ति ने कहा भारत जैसा देश पूरे विश्व में कहीं नहीं
*विदेशी व्यक्ति ने कहां भारत जैसा देश पुरे विश्व में कही नहीं*
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद में दक्षिण अमेरिका के कोलंबिया के अस्थाई निवासी प्रख्यात एवम प्रसिद्ध मॉडल माटेओ सगत ने बुद्धा इंस्टीट्यूट गीडा मे प्रेस वार्ता के दौरान संवाददाता से खासबातचीत के दौरान बताया की आज मुझे बेहद खुशी है की मेरे दोस्त भारतीय है और मैं भारत के सुप्रसिद्ध गुरु गोरखनाथ के पावन नगरी गोरखपुर में हु जहां का रहन-सहन, खाना पान, गोरखपुर का गीता प्रेस जो की एक अलौकिक धर्म स्थल है जहां से प्राचीन काल से लेकर अभी तक की तमाम ऐतिहासिक धार्मिक पुस्तके पूरे विश्व में प्रसारित की जाती हैं। ऐसी गोरखपुर में आकर मैं धन्य हो गया यहां के लोगों का प्यार पाकर, यहां के कल्चर, यहां की भारतीय संस्कृति, यहां के वातावरण, यहां के लोगों का रहन-सहन, भारत में भगवान के प्रति सच्चे हृदय से सच्ची भक्ति, अपने भगवान के प्रति मीरा के तरह प्रेम को देखकर, मेरे आशु थमने का नाम नहीं ले रहे थे , मैं अपने मन ही मन नहीं प्रार्थना कर रहा था कि दोबारा मेरा जन्म भारत में ही हो,और प्यार भरा व्यवहार, यह साफ दर्शाता है कि भारत के बारे में अनेकों देशों में सोशल मीडिया के द्वारा अपनी व्यूज को बढ़ाने के लिए भारत की साफ सुथरी संस्कृति को गलत तरीके से दिखा कर भारत की संस्कृति और सभ्यता को गलत तरह से दिखाया जाता है। मेरे भारतीय मित्र डॉ. राजीव अग्रवाल जो की मानद प्रोफेसर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी सीए, यूएसए में कार्यरत हैं। आज उनके सहयोगसे मैं भारत की संस्कृति और सभ्यताको, अपने सोशल मीडिया के द्वारा तमाम देशों को यह बताऊंगा की भारत देश सच में सोने की चिड़िया है। और अपील भी करूंगा कि सभी लोग भारत में आकर भारत के लोगों का प्यार जरूर ले।
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद में दक्षिण अमेरिका के कोलंबिया के अस्थाई निवासी प्रख्यात एवम प्रसिद्ध मॉडल माटेओ सगत ने बुद्धा इंस्टीट्यूट गीडा मे प्रेस वार्ता के दौरान संवाददाता से खासबातचीत के दौरान बताया की आज मुझे बेहद खुशी है की मेरे दोस्त भारतीय है और मैं भारत के सुप्रसिद्ध गुरु गोरखनाथ के पावन नगरी गोरखपुर में हु जहां का रहन-सहन, खाना पान, गोरखपुर का गीता प्रेस जो की एक अलौकिक धर्म स्थल है जहां से प्राचीन काल से लेकर अभी तक की तमाम ऐतिहासिक धार्मिक पुस्तके पूरे विश्व में प्रसारित की जाती हैं। ऐसी गोरखपुर में आकर मैं धन्य हो गया यहां के लोगों का प्यार पाकर, यहां के कल्चर, यहां की भारतीय संस्कृति, यहां के वातावरण, यहां के लोगों का रहन-सहन, भारत में भगवान के प्रति सच्चे हृदय से सच्ची भक्ति, अपने भगवान के प्रति मीरा के तरह प्रेम को देखकर, मेरे आशु थमने का नाम नहीं ले रहे थे , मैं अपने मन ही मन नहीं प्रार्थना कर रहा था कि दोबारा मेरा जन्म भारत में ही हो,और प्यार भरा व्यवहार, यह साफ दर्शाता है कि भारत के बारे में अनेकों देशों में सोशल मीडिया के द्वारा अपनी व्यूज को बढ़ाने के लिए भारत की साफ सुथरी संस्कृति को गलत तरीके से दिखा कर भारत की संस्कृति और सभ्यता को गलत तरह से दिखाया जाता है। मेरे भारतीय मित्र डॉ. राजीव अग्रवाल जो की मानद प्रोफेसर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी सीए, यूएसए में कार्यरत हैं। आज उनके सहयोगसे मैं भारत की संस्कृति और सभ्यताको, अपने सोशल मीडिया के द्वारा तमाम देशों को यह बताऊंगा की भारत देश सच में सोने की चिड़िया है। और अपील भी करूंगा कि सभी लोग भारत में आकर भारत के लोगों का प्यार जरूर ले।
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